असली सुलेमानी हकीक की पहचान ऎसे करें:
सुलेमानी हकीक पत्थर और लगभग सभी जेमस्टोन (रत्नों) की गुणवत्ता उनके आकार और रंग पर निर्भर करती है। सुलेमानी हकीक यदि चमकदार और बेहतर रंग का है तो वह उच्च गुणवत्ता का माना जाता है। यदि रेमेडी के रूप में पहनने के लिए सुलेमानी हकीक खरीद रहे हैं तो इस बात का ध्यान अवश्य रखें की वह कहीं से टूटा न हो, चमकदार हो और पहले किसी के द्वारा इस्तेमाल किया हुआ न हो। अगर सिर्फ फैशन के तौर पर सुलेमानी हकीक पहनने जा रहे हैं तो बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसे अंगूठी, पेंडेंट की तरह इस्तेमाल करना हो या घर में कहीं रखना हो तो भी इसे खरीदते समय ध्यान रखें की इसमें अलग से कोई दाग-धब्बा नहीं होना चाहिए और ये कहीं से टूटा भी नहीं होना चाहिए।
अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक के फायदे:
- अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक को पहनने से या आस-पास रखने मात्र से ही आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है। यह नकारात्मक ऊर्जा को बाहर करता है जिससे उदासी, उलझन और चिड़चिड़ा पन दूर होता है।
- सुलेमानी हकीक को प्रोटेक्टिव स्टोन यानि की सुरक्षा करने वाले रत्न की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे साथ रखने से बुरी नजर आप पर नहीं पड़ती और बुरी आत्माओं से भी आपका बचाव होता है। इसलिए ही माताएं अपने नवजात बच्चों के आस-पास इस पत्थर को रखती हैं।
- गुणों से भरा हुआ यह पत्थर शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और प्राकृतिक रूप से व्यक्ति को बैलेंस करता है। ऐसा देखा गया है कि बैड रूम में इस पत्थर को रखने से नींद अच्छी आती है और रात को चौंक कर जागने की आदत भी कम हो जाती है।
- इस हकीक को पहनने से व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति ज्यादा फोकस और समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि इसको पहनने से कार्यक्षेत्र में ज्यादा अच्छा परफार्मेंस हो जाता है, काम में मन लगता है और बेकार की बातें मन में नहीं आती हैं। हृदय और मस्तिष्क के बीच संतुलन बनाता है जिससे निर्णय क्षमता में भी सुधार होता है।
- यह रिश्तों को अच्छा बनाए रखने के लिए भी बहुत उपयोगी माना गया है। यह शादी-शुदा जीवन में प्यार को बरकरार रखता है।
सुलेमानी हकीक के नुकसान:
- कुछ लोग सुलेमानी हकीक के नुकसान व इसके साथ जुड़े जोखिमों के बारे में भी बताते हैं। यहां कुछ संभावित नुकसान या नकारात्मक प्रभाव दिए गए हैं:
- कुछ लोग मानते हैं कि सुलेमानी हकीक के अत्यधिक उपयोग से भावनात्मक अस्थिरता या अत्यधिक संवेदनशीलता हो सकती है।
- रात में इस पत्थर को पहनने से कुछ लोगों को नींद की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि अनिद्रा या बुरे सपने।
- यदि यह पत्थर ठीक से शुद्ध नहीं किया गया हो, तो इसमें नकारात्मक ऊर्जा संचित हो सकती है, जो पहनने वाले व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है।
- कुछ लोगों को सुलेमानी हकीक के साथ असहजता महसूस हो सकती है, जैसे कि सिरदर्द, चक्कर आना या अन्य शारीरिक असुविधाएं।
- कुछ आध्यात्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि इसे सही उद्देश्य और ध्यान से नहीं पहना जाए, तो सुलेमानी हकीक नकारात्मक आध्यात्मिक प्रभाव डाल सकता है।
सुलेमानी हकीक की कीमत:
आम तौर पर अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक की कीमत बहोत ज्यादा नहीं होती है यह बाजार में १०० से २०० रूपए में बिकता है परन्तु साफ़ सुथरा चमकदार अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक लगभग ५०० से ७०० रूपए में बाजार में उपलब्ध होगा इंटरनेट से मंगाने के लिए गूगल में अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक सर्च करें और किसी बड़ी कंपनी से ही खरीदें।
सुलेमानी हकीक धारण करने का मंत्र:
“ओम ह्रीम श्रीम क्लीम चामुण्डाये विच्चे” सुलेमानी हकीक धारण करने से पहले इसे अभिमंत्रित जरूर कर लें या पौराणिक मन्त्रों के द्वारा माँ गंगा के पावन तट पर हरिद्वार में अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक ही खरीद कर प्रयोग करें।
सुलेमानी हकीक को ऎसे अभिमंत्रित करें:
हकीक सिद्ध करने की विधि: सुलेमानी हकीक को सिद्ध करते समय प्रत्येक मंत्र के उच्चारण के बाद गंगाजल के छीटों का प्रयोग करें और ध्यान दें की सिर्फ उत्तराखंड, हरिद्वार में माँ गंगा के पावन तट पर की गयी अभिमन्त्रण प्रकिर्या ही १००% लाभकारी होती है और आपकी जिंदगी बदल सकती है क्यूंकि जीवन के अंत में माँ गंगा ही आपको मुक्ति देगी।
सुलेमानी हकीक पहनने की विधि:
- अभिमंत्रित सुलेमानी हकीक शनिवार को धारण किया जाता है।
- इसको गंगाजल या शुद्ध पानी से धो कर पहना जाता है।
- इसको हमेशा मध्यमा उंगली में ही धारण करना चाहिए।
- इसको अंगूठी में जड़वाकर सीधे हाथ में धारण करना है।
- चाँदी के लॉकेट में जड़वाकर गले में भी धारण कर सकते है।
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